शुक्रवार, अक्तूबर 23

हम आ रहे हैं बस इंतजार किरये

3 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

are guru dev a kaha rahe hai

पंकज मिश्रा ने कहा…

i m waiting.

Rajnish tripathi ने कहा…

सानिया का जाना,
नवजवानो के दिलो पर छूरियां चल जाना
अरे क्या बात है।
पहले आशिक फिर भाई या फैन बनकर नाचना
ये सब इश्क की देन है।
टेनिस और बॉल का मेल फिर शुरु हुआ क्रिकेट का खेल
इधर पड़ा टेनिस का शॉट उधर पड़ा छक्के पे छक्का
वह क्या तालमेल है।
चुपके – चुपके हुआ ये प्रेम सभी हुए यहां फेलम फेल
पता न चल पाया यह खेल, घर के हो यह बाहर के, अम्मी , अब्बू सब हुए फेल,
सबकी खब़र रखने वाले मीडिया भी हुई यहां फेल
कुछ तो बात है।
शोएब भाई है खूब रसिया रास रचाने में है सबसे आगे
धरती के पति माननीय महेश भूपति चूक गए सनसनाती गेंद को भूल गए
और कहते है कि तुमको न भूल पाएगें
पहली बीवी बन गयी आपा, बल्ले की क्या चाल है।
इधर भी चौका उधर भी चौका, पोल घुल गयी रह गए हक्का बक्का
ये रिश्ते की औकात है।
पहले पत्नी बन गयी बहना वह इस रिश्ते का क्या कहना
हम है भाई हम है सैइया, शोएब भाई का है कहना
ये तो हम फिक्सरो का काम है।
पहली बावी, दूसरी बीवी, हम तो रखे तीन – तीन बीवी
ये कानून है।
सानिया बन गयी दूसर पत्नी शोएब को लगेगा कोई और अच्छा
कह देगे तीन बार वही...
तलाक... तलाक... तलाक